बस्ती। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव एवं मुण्डेरवा गन्ना विकास समिति के निवर्तमान चेयरमैन दिवान चन्द पटेल ने गन्ना मूल्य में मात्र 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को किसानों के साथ धोखा बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय गन्ना उत्पादक किसानों को निराश करने वाला है।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दिवान चन्द पटेल ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में यह अब तक की सबसे कम वृद्धि है। गन्ने की खेती की लागत लगातार बढ़ रही है — मजदूरी, खाद, बीज, कीटनाशक, सिंचाई और परिवहन जैसी सभी मदों में खर्च बढ़ जाने से किसान आर्थिक रूप से टूट चुके हैं।
उन्होंने बताया कि कई चीनी मिलें किसानों का भुगतान समय से नहीं करतीं, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है। बढ़ती महंगाई को देखते हुए उन्होंने गन्ने का मूल्य कम से कम 500 रुपये प्रति क्विंटल तय करने की मांग की।
दिवान चन्द पटेल ने कहा कि चीनी मिलें गन्ने से चीनी के अलावा कागज, एथनॉल, जैविक खाद और बिजली सहित अनेक उत्पाद बनाकर लाभ कमा रही हैं, लेकिन मूल्य निर्धारण केवल चीनी पर आधारित किया जाता है — यह किसानों के साथ अन्याय है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही गन्ने का समर्थन मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल नहीं किया गया, तो भारतीय किसान यूनियन आंदोलन छेड़ेगी।
