‘एर्बासन’ करते-करते ‘विनोदा सिंह’ बन गई ‘करोड़पति’!
-कुदरहा क्षेत्र में एर्बासन विषेषज्ञों की भर मार, पहले पार्वती अग्रहरि और अब विनोदा सिंह, यह वही विनोदा सिहं, जिन्होंने कुदरहा पीएचसी में जज्जा-बच्चा, नर्स और परिजन सहित सात लोगों को कमरे में बंदकर बंधक बनाया, पुलिस ने ताला खोलवाया
-बड़ी मुस्किल से निलंबित हुई, दुबौलिया अटैच की गई, लेकिन भारी रकम लेकर तत्कालीन सीएमओ ने एक सप्ताह में वापस कुदरहा कर दिया
एएनएम रहते इन्होंने एर्बासन करने का एक रिकार्ड बनाया और इतना अवैध पैसा कमाया कि उजियानपुर में आलीषान कोठी खड़ा कर दिया, और उसे किराए पर देकर नियम विरुद्व बेंसमेंट में नोडल को लाखों रुपया देकर प्रकाष नर्सिगं होम के नाम का लाइसेंस दिलवा दिया
-विनोदा सिंह जितने भी डिलीवरी केस पीएचसी में आती है, उनकी डिलीवरी अस्पताल में न करवाकर बेीतर सुविधा के नाम पर प्रकाष नर्सिगं होम भेजती, मकान का किराया अलग से वसूलती और केसे भेजने का कमीषन अलग से लेती
-बेसमेंट में नर्सिगं होम का लाइसेंस देने के मामले में नोडल डा. एसबी सिंह और तत्कालीन सीएमओ पर भारी रकम लेने का आरोप लग रहा, जिस नोडल ने लाइसेंस देने का रिपोर्ट लगाया, सीएमओ ने उसी को जांच अधिकारी बना दिया
-विनोदा सिंह और पार्वती अग्रहरि को एर्बासन विषेषज्ञ बनाने में कुदरहा सीएचसी के एमओसी का कहुत बड़ा हाथ, कुदरहा में इन्होंने सीएचसी और अधीन पीएचसी पर जो भ्रष्टाचार फैलाया, उसके लिए इन्हें हमेषा याद किया जाएगा
बस्ती। अगर कुदरहा क्षेत्र में एर्बासन और भू्रण हत्या करने वाले विषेषज्ञ फल-फूल रहे/रही है, तो उसके लिए एमओआईसी, डाक्टर्स, एएनएम, आषा, स्टाफ नर्स और पत्रकारों का बहुत बड़ा योगदान क्षेत्र की जनता मान रही हैं। कहती हैं, कि जिस क्षेत्र के अधिकाषं पत्रकार अनियमित और अवैध कार्य करने वालों को सरंक्षण देगें, या फिर आंख बंद कर लेगें या फिर खुद लिप्त रहेगें तो पार्वती अग्रहरि और विनोदा सिंह जैसीे एबार्सन विषेषज्ञ का साम्राज्य खड़ा होगा ही। यह भी सही है, कि क्षेत्र के पत्रकार विरादरी अगर समाज के प्रति अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और सही तरीके से करते तो आज क्षेत्र के अधिकांष पत्रकारों की इतनी बदनामी न होती।
स्वास्थ्य विभाग के लोगों पर अगर गलत काम करने का आरोप लगे तो क्षेत्र के लोगों को उतनी तकलीफ नहीं होगी, जितना मीडिया पर लगने से होती। ऐसा भी नहीं कि क्षेत्र की मीडिया अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही हॅै, लेकिन जितना और जिस तरह निभाना चाहिए उस तरह नहीं निभा रही है, जिसके चलते आज मीडिया सवालों के घेंरे में है। अब जरा अंदाजा लगाइए कि तीन साल से अधिक समय से उजियानपुर में एएनएम अब प्रभारी विनोदा सिंह के आलीषान मकान में प्रकाष नामक नसिंग होम बेसमेंट में संचालित हो रहा है, और एक दो पत्रकारों ने आवाज अब उठाया, और उस तरह नहीं उठाया जिस तरह उठानी चाहिए। केजी क्लास का बच्चा भी जानता है, कि बेसमेंट में किसी अस्पताल को लाइसेंस नहीं दिया जा सकता, लाइसेंस देने का मतलब न जाने कितने मरीजों की जिंदगी को आफत में डालना होगा, लेकिन विनोदा सिंह ने अपनी पहुंच और अनैतिक धन का इस्तेमाल करके लाइसेंस दिलवाया। लाइसेंस दिलाने के मामले में एक बार फिर नोडल डा. एसबी सिंह की भूमिका सामने आ रही है। बता दें कि यह वही विनोदा सिंह हैं, जिन्होंने कुदरहा पीएचसी के डिलीवरी रुम में जज्जा-बच्चा और नर्स सहित परिजन के लोगों को घंटों बंदकरके बंधक बना रखा था। पुलिस के आने के बाद भी सब लोग रिहा हुए। यह विवाद सिर्फ पैसे के लेन-देन को लेकर हुआ था। हालांकि इस मामले में इन्हें बड़ी मुुस्किल से निलंबित होना पड़ा, सीएमओ, निलंबित नहीं करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें भारी के कारण निलंबित करना पड़ा, लेकिन एक सप्ताह भी नहीं बीता था, कि सीएमओ ने मोटी रकम लेकर दुबौलिया से वापस कुदरहा बुला लिया। अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं, कि यह एएनएम कितनी पावरफुल होती है, इन लोगों के पास अनैतिक रुप से कमाए गए इतना धन होता है, कि यह लोग लब चाहें, सीएमओ, नोडल और एमओआईसी को पैसे से खरीद सकते है। एएनएम रहते विनोदा सिंह ने एर्बासन करने का एक रिकार्ड बनाया और इतना अवैध पैसा कमाया कि उजियानपुर में आलीषान कोठी खड़ा कर दिया, और उसे किराए पर देकर नियम विरुद्व बेंसमेंट में नोडल को लाखों रुपया देकर प्रकाष नर्सिगं होम के नाम का लाइसेंस दिलवा दिया। इस अस्पताल में जिसकी डिग्री लगाई गई, वह कभी नहीं आते, यहां का सारा काम अप्रषिक्षित के लोगों के द्वारा किया जाता, चूंकि पूरा सीएमओ कार्यालय जानता है, कि यह अवैध नर्सिंग होम विनोदा सिंह नामक प्रभारी का है। इसी लिए कोई कुछ नहीं बोलता। क्यों कि विनोदा सिंह ने सभी का मुंह गांधीजी से बंद कर रखा है।
कहा जाता है, कि विनोदा सिंह जितने भी डिलीवरी केस पीएचसी में आता है, उनकी डिलीवरी अस्पताल में न करवाकर बेहतर इलाज और सुविधा के नाम पर प्रकाष नर्सिगं होम भेजती, मकान का किराया अलग से वसूलती और केस भेजने का कमीषन अलग से लेती। बेसमेंट में नर्सिगं होम का लाइसेंस देने के मामले में नोडल डा. एसबी सिंह और तत्कालीन सीएमओ पर भारी रकम लेने का आरोप लग रहा, जिस नोडल ने लाइसेंस देने का रिपोर्ट लगाया, सीएमओ ने उसी को जांच अधिकारी बना दिया। विनोदा सिंह और पार्वती अग्रहरि को एर्बासन विषेषज्ञ बनाने में कुदरहा सीएचसी के एमओसी का कहुत बड़ा हाथ, कुदरहा में इन्होंने सीएचसी और अधीन पीएचसी पर जो भ्रष्टाचार फैलाया, उसके लिए इन्हें हमेषा याद किया जाएगा। वैसे भी कुदरहा क्षेत्र में एर्बासन विषेषज्ञों की भर मार है, पहले पार्वती अग्रहरि और अब विनोदा सिंह।
‘आसमान’ में ‘उड़ने’ वाले ‘बाबा’ क्या जाने टूटी ‘सड़कों’ पर ‘चलने’ वालों का ‘दर्द’?
बस्ती। कप्तानगंज के सपा के युवा विधायक अतुल चौधरी के बारे में जो लोग जानते नहीं उन्हें यह खबर अवष्य पढ़नी चाहिए। जिस विधायक को जो लोग यह समझते थे, कि इन्हें न तो बोलना आता और न सरकार पर हमला करना ही आता है। जिस तरह इन्होंने मीडिया के सामने योगी सरकार की धज्जियां उड़ाई उसे देखकर लोगों को इनके बारे में अपनी राय बदलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। मीडिया के तीखे सवालों का जिस तरह विधायकजी ने जबाव दिया, उससे यह लगने लगा कि यह सिर्फ नाम के विधायक नहीं बल्कि काम के भी विधायक है। इन्हें बोला भी आता है, और सरकार पर हमला करना भी आता। कहा कि यह सरकार अपनी पीठ खुद थपथपा रही है। किसानों को खाद नहीं मिल रहा, खाद लेने के लिए किसानों को बिना कुछ खाए पिए पांच बजे सुबह ही घर से निकलना पड़ता है, दिन भर लाइन लगाने के बाद भी उसका जब नंबर आता है, तो पता चलता है, खाद समाप्त हो गई, दूसरे और तीसरे दिन फिर वह समिति और रिेटेलर्स के यहां लाइन लगाने जाता है, फिर भी उसे खाद नहीं मिलती, थकहार किसान ब्लैक में खाद खरीदता है। योगीजी कहते हैं, कि हम जिले को भरपूर खाद दे रहे हैं, सवाल उठ रहा है, कि जब समितियों को आवष्यकता से अधिक खाद मिल रही है, है, तो क्यों नहीं किसानों को खाद मिल रहा है? और खाद जा कहां रहा है? दावे के साथ कहते हैं, कि खाद की कालाबाजारी हो रही हैं, जिला कृषि अधिकारी और एआर दोनों खाद की कालाबाजारी के लिए जिम्मेदार है। कहते हैं, कि यह दोनों अधिकारी और उनके सचिव एवं बाबू किसानों को खाद उपलब्ध कराने के लिए जोर नहीं दे रहे हैं, बल्कि खाद की कालाबाजारी कैसे हो उस पर जोर दे रहे है। जोर देकर कहा कि आज जो किसानों को खाद नहीं मिल रहा है, उसके लिए यही दोनों अधिकारी जिम्मेदार है। कहा कि खाद के लिए कई-कई दिन किसान अपने बच्चों का मुंह तक नहीं देख पाता। यह सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है।
चीनी मिल चलवाने का सपना दिखाकर बाबाजी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तो बैठ गए, लेकिन किसानों का सपना-सपना ही रह गया। कुर्सी पर बैठे लगभग सौ साल हो गए, लेकिन बस्ती और वाल्टरगंज चीनी मिल चालू नहीं करवा पाए, बल्कि वाल्टरगंज चीनी मिल का पार्ट तो बेचा जा रहा हैं, जिसके लिए किसान विरोध कर रहे हैं, धरने पर बैठे है। एक सवाल के जबाव में कहा कि यह सरकार नौजवानों, किसानों, हमारी बहनों और माताओं को धोखे में रखकर ठग रही है, जुमला देने का काम कर रही है। रही बात विकास की तो लोगों को दूर-दूर तक विकास से कोई सरोकार नही। सबकुछ जानते हुए भी योगीजी भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते पूरा जिला भ्रष्टाचार की आग में जल रहा है। कहते हैं, कि हम लोग ज्ञापन पर ज्ञापन देे रहे हैं, लेकिन सरकार न तो सुन रही है, और न भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई ही कर रही है। बाबाजी पर हमला बोलते हुए कहते हैं, कि जो व्यक्ति उड़नखटोला से चलेगा वह टूटी-फूटी सड़कों पर चलने वालों का दर्द क्या जाने? इनके लिए तो टूटी-फूटी सड़कें भी रातों रात चमका दिया जाता हैं, वहीं पर एक आम आदमी को सालों से टूटी-फूटी सड़कों पर चलना पड़ता है। एक जबाव में यह कहा कि सूबे को अखिलेषसिंह यादव जैसा सीएम चाहिए। जो विकास नेताजी ने किया, उसी को भाजपा वाले अपना बताकर प्रचार कर रहे है। एक अन्य सवाल के जबाव में कहा कि बड़ी उम्मीद के साथ संजय निषाद ने भाजपा का दामन थामा था, लेकिन जब किसी की उम्मीद पूरी नहीं होगी, तो उसका दर्द झलकेगा ही। कहा कि मेरा पूरा समर्थन संजय निषाद के साथ है। जोर देकर कहा कि सूबे की जनता भाजपा सरकार से तंग आ चुकी है। 27 में जनता इसका बदला लेगी, और सपा की सरकार बनेगी।
‘छात्राओं’ ने लैम्प ‘लाइटिंग’ एण्ड ‘ओथ’ सेरेमनी में ‘कैन्डिल’ जलाकर शपथ ‘लिया’
-चिकित्सा सेवा एक पवित्र क्षेत्र, मरीजों को स्वस्थ करने में स्टाफ नर्सो का विशेष योगदानःसंजय चौधरी
-स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्टाफ नर्सो का विशेष योगदानःएसआईसी
-जी.एन.एम. के प्रशिक्षण के बाद अवसरों की कोई कमी नहीःडा.वीके वर्म
-डा. वी.के. वर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस जी.एन.एम. छात्राओं को दिलाया शपथ
बस्ती। डा. वी.के. वर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बसुआपार बढनी के सभागार में जी.एन.एम. ‘स्टाफ नर्स’ प्रथम वर्ष के छात्राओं द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुये कहा कि चिकित्सा सेवा एक पवित्र क्षेत्र है और मरीजों को स्वस्थ करने में स्टाफ नर्सो का विशेष योगदान है। यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद निश्चित रूप से छात्रायंे अपना श्रेष्ठतम योगदान देंगी। छात्राओं ने लैम्प लाइटिंग एण्ड ओथ सेरेमनी में कैन्डिल जलाकर शपथ लिया।
कार्यक्र्रम को सम्बोधित करते हुये जिला चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डा. खालिद रिजवान ने जी.एन.एम. की छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपार संभावनायें हैं। संस्थापक प्रबंधक डा. वी.के. वर्मा ने कहा कि जी.एन.एम. के प्रशिक्षण के बाद अवसरों की कोई कमी नही है। ‘स्टाफ नर्स स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ है। निदेशक डा. आलोक वर्मा ने आगन्तुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जागृति, पूजा, किरन ने वंदना प्रस्तुति, लक्ष्मी, शिखा, गरिमा, नैंसी ने स्वागत गीत, नृत्य, रानू वर्मा डांस श्री कृष्ण भजन , रूपा, महक, रिन्सू, वर्षा, ओम प्रकाश ने संचालन किया। शिखा मिस फ्रेशर -ओम प्रकाश मिस्टर फ्रेशर, नीतू आदि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य डा. हिमांशी वर्मा ने छात्राओं को कार्यक्रम के उपयोगिता के बारे में जानकारी दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मैटर्न ललिता, डा. सी.एम. पटेल, राजेश्वरी वर्मा, डा. चन्दा सिंह, डॉ. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ डा. राजेश पटेल, रंजीत रंजन, राम पूरन चौधरी, विवेक ब्रम्हचारी, उमा उपाध्याय, आदित्य तिवारी, अनीता चौधरी, डा. पवन गुप्ता, डा. मनोज मिश्र, शिव प्रसाद, वीरेन्द्र चौधरी, ओम प्रकाश चौधरी, विनोद चौधरी, नीलम सिंह, भारत भूषण सिंह, मनोज गप्ता, मनीष वर्मा, उपेन्द्र के साथ ही छात्र अभिभावक आदि शामिल रहे।
‘सीडीओ’ के ‘सीएचसी’ के ‘निरीक्षण’ पर उठे ‘सवाल’
-सीएचसी के जिन स्थानों की जांच करनी थी, वहां करने नहीं गए, मीडिया से बनाई दूरी, जांच से मीडिया को किया किनारे, पूछने के बाद भी कमियों को मीडिया को नहीं बताया गया
बस्ती। जो अधिकारी जांच और निरीक्षण के दौरान मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं, समझो वह हकीकत को छिपाना चाहतें है। वहीं पर बहुत से ऐसे अधिकारी भी होते हैं, तो निरीक्षण के समय मीढिया को साथ में रखते हैं, ताकि पारदर्षिकता बनी रहे। यही पारदर्षिता सीडीओ के निरीक्षण में देखने को नहीं मिली। रुधौली तहसील समाधान दिवस के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रुधौली में मुख्य विकास अधिकारी सार्थक अग्रवाल द्वारा किया गया निरीक्षण कई सवाल खड़े कर गया। जांच की शुरुआत में ही मीडिया कर्मियों को फोटो और वीडियो बनाने से रोक दिया गया, वहीं सुरक्षा में तैनात गार्ड गोपेश यादव मीडिया से बहस करते दिखाई दिए। स्थानीय लोगों ने टिप्पणी की कि सुरक्षा कर्मी अब गार्ड से अधिक मीडिया कंट्रोलर की भूमिका निभाने लगे हैं।
सीडीओ ने निरीक्षण के दौरान एक्स-रे टेक्निशियन रूम, लैब, डॉक्टर केबिन, दवा कक्ष, शौचालय और कोल्ड चौन, नवनिर्मित लैब भवन का जायजा लिया। लेकिन इसी रास्ते में मौजूद प्रमुख खामियाँ कोरोना वार्ड के बाहर फैली गंदगी, जन औषधि केंद्र की अपूर्ण सुविधाएँ, शौचालय का खुला गड्ढा, खराब पड़ा हेल्थ, निष्प्रयोज्य भवन, बाहर फेंकी गई वैलिड व एक्सपायरी दवाएँ, नवनिर्मित भवन के सामने कूड़ा आदि इन सबको अनदेखा कर दिया गया। ये खामियाँ मीडिया और स्थानीय लोगों को साफ दिखाई दीं, पर बिना प्रतिक्रिया दिए आगे बढ़ गए। निरीक्षण के दौरान कुछ कर्मचारियों द्वारा “मिठाई के डिब्बे मिलने” की चर्चा भी सुनाई दी, जिससे पूरे निरीक्षण की गंभीरता पर सवाल उठने लगे हैं। सरकार जहाँ मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने और लैब सेवाएँ सुदृढ़ करने की बात करती है, वहीं सीएचसी के बाहर कूड़ेदान में वैलिड दवाएँ फेंकी मिलना विभाग की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है। इस संबंध में डिप्टी अशोक चौधरी जो सरकारी नियमों के विपरीत लगभग 13 वर्षों से एक ही क्षेत्र में तैनात हैं, ने बताया कि द्वारा टीम के साथ निरीक्षण किया गया, कुछ कमियाँ मिली हैं और उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। स्थानीय लोगों का सवाल है कि “क्या जांच केवल दिखावे के लिए थी? क्या जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ वही बातें देखेंगे जो विभाग उन्हें दिखाना चाहता है?
सीएम ने स्वर्गीय देषबन्धु नन्दानाथ महाराज को दी श्रद्धांजलि
बस्ती। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन श्रीकृष्णा पाण्डेय इण्टर कालेज प्रांगण में बनाये गये हैलीपैड पर हुआ। इसके पष्चात् वह कार द्वारा सदर अस्पताल चौराहा स्थित ब्रहमलीन नन्दा बाबा के आश्रम में पहुॅचकर स्वर्गीय देषबन्धु नन्दानाथ महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर तपसीधाम के महंथ जय बक्षदास, भदेष्वनाथ के महंथ दिव्यांषु, डारीडीहा के महंथ अजेष्वर, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र, सांसद डुमरियागज जगदम्बिका पाल, विधायक हर्रैया अजय सिंह, विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, पूर्व विधायक डुमरियागंज राघवेन्द्र प्रताप सिंह, बस्ती के दयाराम चौधरी, संजय प्रताप जायसवाल, रवि सोनकर, चन्द्र प्रकाष शुक्ला, गौसेवा आयोग के उपाध्यक्ष महेष शुक्ला, नगरपालिका अध्यक्षा नेहा वर्मा, भाजपा नेता अंकुर वर्मा, मण्डलायुक्त अखिलेष सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक संजीव त्यागी, डीएम कृत्तिका ज्योत्सना, पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन, एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान, एसडीएम सदर शत्रुध्न पाठक सहित जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण उपस्थित रहें।
मुख्यमंत्री द्वारा श्रद्धांजलि देने के पष्चात् श्रीकृष्णा पाण्डेय इण्टर कालेज परिसर में बनाये गये सेफ हाउस में पार्टी के सांसद, विधायक एवं अन्य पार्टी के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की गयी। इस अवसर पर संबधित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहें।
‘एनएचएम’ की बैठक में ‘वेतन’ सहित अन्य ‘मुद्वों’ पर हुई ‘चर्चा’
बस्ती। संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, शाखा बस्ती की मासिक बैठक आज जिला कार्यालय दिव्यांश मेडिकल सेंटर, ब्लॉक रोड, रौता चौराहा में आयोजित की गई। बैठक में कर्मचारियों के वेतन संबंधी मुद्दों के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण समस्याओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। संघ पदाधिकारियों ने अवगत कराया कि मण्डल स्तर पर वेतन प्रकरण पर तत्काल वार्ता की जा चुकी है और उम्मीद है कि अगले 24 घंटों में सभी कर्मचारियों का लंबित वेतन जारी हो जाएगा। बैठक में कर्मचारियों द्वारा विभागीय कार्यों से जुड़ी विभिन्न समस्याएँ भी रखी गईं, जिनके समाधान के लिए संघ ने संबंधित अधिकारियों से शीघ्र कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।
भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारियों के हितों की रक्षा हमारा प्रथम कर्तव्य है। वेतन सहित अन्य विषयों पर लगातार उच्च स्तर पर वार्ता चल रही है और किसी भी कर्मचारी को असुविधा नहीं होने दी जाएगी। जिलाध्यक्ष डा. सुधाकर पाण्डेय ने कहा कि स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं। उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। जिला संगठन मंत्री उमेश श्रीवास्तव ने कहा कि संघ हमेशा कर्मचारियों के साथ खड़ा है। किसी भी समस्या को लेकर कर्मचारी बेहिचक संघ से संपर्क कर सकते हैं। हर मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जिला महामंत्री जन्मेजय उपाध्याय ने कहा कि वेतन में हो रही देरी कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करती है। इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया गया है और हमें पूर्ण विश्वास है कि शीघ्र ही सकारात्मक परिणाम मिलेगा। बैठक में रिचा जायसवाल, ज्योति रावत, प्रियंका प्रजापति, अनुराधा गौड़ ने भी कर्मचारियों की समस्याओं को उठाया।








